लखनपुर। जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पुलिस पूछताछ के बाद 20 वर्षीय युवक आशीष मिंज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से इलाके में शोक और आक्रोश दोनों का माहौल है।
मृतक की मां अलमा मिंज ने आरोप लगाया है कि पूछताछ के दौरान लखनपुर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक पन्नालाल एक्का ने उनसे 50,000 रुपये की मांग की थी और दबाव बनाया गया था। आरोप है कि जब उन्होंने पैसे देने से मना किया तो बेटे आशीष को प्रताड़ित किया गया, जिससे मानसिक रूप से टूटकर उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
घटना ग्राम जुनवानी चुकंदर डांड, सेमरपारा की है, जहां युवक ने आम के पेड़ में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि यह आत्महत्या पिछले साल नवंबर में हुई एक अन्य आत्महत्या की जांच से जुड़ी है। दरअसल, मृतक आशीष मिंज के घर में रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी संध्या मिंज ने भी उसी स्थान पर फांसी लगाकर जान दे दी थी। इसके बाद संध्या के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिस पर लखनपुर पुलिस जांच कर रही थी।
इसी सिलसिले में अलमा मिंज और आशीष मिंज को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। पूछताछ के दौरान आशीष के साथ मारपीट की बात भी सामने आई है, जिसे मृतक ने अपनी मां को बताया था। अगले दिन युवक का शव पेड़ से लटका मिला।
प्रधान आरक्षक पन्नालाल एक्का का पक्ष:
प्रधान आरक्षक पन्नालाल एक्का ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि “युवक और उसकी मां ने खुद ही मामले को दबाने के लिए मुझे पैसे का ऑफर दिया था, जिसे मैंने ठुकरा दिया। युवक से न तो मारपीट की गई और न ही कोई अवैध दबाव डाला गया। सभी आरोप बेबुनियाद हैं।”
घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रधान आरक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और शव का पोस्टमार्टम तभी करने की अनुमति दी, जब उन्हें न्याय का आश्वाशन मिला।