अंबिकापुर/अंबिकापुर में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विशेष समुदाय का एक व्यक्ति, जो पत्रकारिता की आड़ में अवैध वसूली करता है, एक निजी अस्पताल परिसर में लगे नल की चोरी करता हुआ दिखाई दे रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पत्रकारों में आक्रोश बढ़ गया है। दरअसल छत्तीसगढ़ में फर्जी पत्रकारों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे कई लोग, जिन्हें न तो खबर लिखनी आती है और न ही पत्रकारिता का कोई अनुभव है, हाथ में माइक और आईडी लेकर घूम रहे हैं। ये लोग अधिकारियों को डरा-धमका कर अवैध रूप से वसूली कर रहे हैं। साथ ही अक्सर देखा गया है कि ये फर्जी पत्रकार नशे की हालत में भी पाए जाते हैं। इनकी आदतें ऐसी बन चुकी हैं कि ये 50-100 रुपये के लिए भी बड़े अधिकारियों तक पहुंच जाते हैं और बेवजह दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। इतना ही नहीं, ये ग्रामीणों को डराने और धमकाने के लिए पुलिस और तहसीलदार तक बन जाते हैं।
प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत
अंबिकापुर में बढ़ते फर्जी पत्रकारों की इस समस्या को देखते हुए प्रशासन को जल्द से जल्द सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। इससे न केवल असली पत्रकारों की छवि बचाई जा सकेगी बल्कि आम जनता को भी इन जालसाजों से राहत मिलेगी।