अंबिकापुर/ अंबिकापुर में दो दिन पूर्व हुए सड़क हादसे के बाद ट्रांसपोर्टर संजय सिंह पर हुए निर्मम हमले और जान से मारने की धमकी देने के मामले में हिंदू संगठन और क्षत्रिय समाज ने कड़ा रुख अपनाया है, संगठन ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों आदतन अपराधी वसीम कुरैशी और उसके डॉक्टर भाई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, साथ ही, उन्होंने इस घटना को मॉब लिंचिंग और हॉफ मर्डर मानते हुए संबंधित धाराएं जोड़ने और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है, संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस घटना के बाद हिंदू संगठन ने कोतवाली पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं। संगठन का आरोप है कि घटनास्थल पर पहुंचे प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह ने पीड़ित की मदद करने के बजाय आरोपियों से साठगांठ की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी घटना को लेकर संवेदनहीन बने रहे और गंभीर स्थिति के बावजूद उचित कार्रवाई नहीं की। इसे लेकर हिंदू संगठन और क्षत्रिय समाज में भारी आक्रोश है।
हिंदू संगठन की मांगें
संगठन ने पुलिस अधीक्षक से माँग की है कि प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह को तत्काल निलंबित किया जाए और उन्हें कोतवाली से हटाया जाए। साथ ही, यदि वसीम कुरैशी, उसके डॉक्टर भाई और संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा। गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात संजय सिंह की थार और वसीम कुरैशी की कार की टक्कर हो गई थी। इसके बाद वसीम कुरैशी ने अपने डॉक्टर भाई और कुछ साथियों के साथ मिलकर संजय सिंह पर प्राणघातक हमला किया और सिर कलम करने की धमकी दी। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद शहर में गहरा आक्रोश फैल गया है। लोग वसीम कुरैशी की इस क्रूरता से स्तब्ध हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।